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बैंक का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, कार्य

बैंक का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, कार्य
  • PublishedSeptember 19, 2023

बैंक का अर्थ (बैंक किसे कहते हैं):

बैक वह संस्‍था है जो मुद्रा में व्‍यवसाय करती है। यह एक प्रतिष्‍ठान है जहां धन का जमा संरक्षण और निर्गमन होता है तथा ऋण देने एवं कटौती की सुविधायें प्रदान की जाती है और आवश्‍यकतानुसार एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान पर धनराशि भेजने की व्‍यवस्‍था की जाती है। संक्षेप में कहा जायें तो ‘बैक वह संस्‍था है जो अपने ग्राहकों के लिये धन सम्‍बन्‍धी लेन-देन के सब कार्य करती हैं।

इसके अलावा, बैंक की परिभाषा (bank ki paribhasha) अलग-अलग लोगों द्वारा दी गई है, और यह अंग्रेजी में बड़े प्रमुख तत्वों के साथ दी गई है:

  1. भारतीय बैंकिंग कम्पनी अधिनियम 1949 के अनुसार, “बैंकिंग का अभिप्राय उधार देने अथवा विनियोग करने के उद्देश्य से जनता से ऐसी जमा स्वीकारना है, जो मांग पर या अन्य किसी प्रकार देय हो और जिसे चेक, ड्राफ्ट, आदेश, या अन्य किसी प्रकार निकाला जा सके।”
  2. एच.एल.हार्ट के अनुसार, “एक बैंकर वह होता है जो अपने साधारण व्यवसाय के अंतर्गत धन प्राप्त करता है और जिसे वह उन व्यक्तियों के चेकों का भुगतान करके चुकता करता है, जिनके खातों में वह धन जमा किया गया है।”
  3. फिंडले शिराज के अनुसार, “एक बैंकर वह व्यक्ति, फर्म या कंपनी होती है, जिसके पास एक व्यवसाय स्थान होता है, जहाँ मुद्रा या करेंसी का जमा और संग्रहण कार्य होता है और जहाँ स्कैंड आधार पर मुद्रा उधार दी जाती है और बॉन्ड, बिल, बुलियन, प्रोमिसरी नोट, आदि बट्टे भी जारी किए जाते हैं।”
  4. प्रो.सेयर्स के अनुसार, “बैंक वह संस्था होती है जिसके ऋणों को दूसरे व्यक्तियों के पास-परस्परिक भुगतान में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त होती है।”
  5. वाल्टर सीफ के शब्दों में, “बैंक वह व्यक्ति या संस्था होती है जो हर समय मुद्रा को जमा करने और उसे जमाकर्ताओं के चेक के माध्यम से लौटाने के लिए तैयार रहती है।”

इसके आधार पर, बैंक एक वित्तीय संस्था होती है जो ग्राहकों के लिए वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती है और पैसे संबंधित लेन-देन के सभी कार्यों को संचालित करती है।

बैंक की विशेषताएं (bank ki visheshta)

बैंक की विशेषताएं (Bank Ki Visheshta):

  1. मांगने पर जमा राशि का भुगतान करना: बैंक जमाकर्ताओं द्वारा निकाली गई राशि का भुगतान करते हैं, जब उन्हें निकासी पर्ची प्रस्तुत की जाती है.
  2. बैंक साख का सृजन करना: बैंक साखपत्र (चेक) जारी करते हैं और साख का सृजन करते हैं, जिससे ग्राहक वित्तीय लेन-देन कर सकते हैं.
  3. बैंक ग्राहकों की प्रतिनिधि, प्रन्‍यास एवं देनदार होना: बैंक ग्राहकों के लिए विभिन्न सेवाएं प्रदान करते हैं, जैसे कि विद्युत, पानी, किराया भुगतान आदि करते हैं और इसके लिए थोड़ा-सा कमीशन लेते हैं. वे लॉकर सुविधा भी प्रदान करते हैं जो ग्राहकों की निजी वस्त्रों को सुरक्षित रखने में मदद करती है.
  4. जनता से जमा प्राप्‍त करना: बैंक अलग-अलग प्रकार के जमा प्राप्‍त करते हैं, जैसे कि स्थायी जमा, आवर्ती जमा, चालू जमा और बचत जमा.
  5. ऋण देना अथवा विनियोग करना: बैंक कम ब्याज पर जमा स्वीकार कर अधिक ब्याज पर ऋण प्रदान करते हैं, जिससे ग्राहक वित्तीय समस्याओं का समाधान कर सकते हैं.
  6. बैंकिंग व्यवसाय का उद्देश्य लाभ प्राप्त करना: बैंक लाभ प्राप्ति की इच्छा से जमा स्वीकार करते हैं और ऋण प्रदान करते हैं, साथ ही ग्राहक सेवाएँ प्रदान करते हैं.
  7. समाशोधन का कार्य करना: बैंक संस्थाएं आपसी समन्वय द्वारा समाशोधन का कार्य भी करती हैं, जिससे ग्राहकों को अधिक सुविधाएं प्राप्त होती हैं.
  8. विनिमय बिलों की कटौती पर भुगतान करना: बैंक विनिमय बिलों का भुगतान करते हैं, जिसमें नाममात्र की कटौती काटकर भुगतान किया जाता है.

इन विशेषताओं के आधार पर, बैंक एक महत्वपूर्ण वित्तीय संस्था होती है जो ग्राहकों के वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है और समृद्धि को बढ़ावा देती है।

बैंकों के प्रमुख कार्य (Bank Ke Pramukh Karya):

आधुनिक युग में बैंक विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण कार्य करता है। बैंक का मुख्य कार्य जनता से निक्षेप स्वीकार करना और उस धन को आवश्यकतानुसार ऋण के रूप में प्रदान करना होता है।

मुख्य कार्य:

  1. जमा स्वीकार करना: बैंक लोगों की जमा दो प्रकार से स्वीकार करता है – अंशों की बिक्री के द्वारा और जनता से जमा स्वीकार करके। जनता से जमा की गई रकम ही बैंक के पास मुख्य रूप से होती है।
  2. ऋण देना: बैंक जमाकर्ताओं से धन प्राप्त करके ऋण के रूप में लोगों को देता है। बैंक अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के ऋण सुविधाएँ प्रदान करता है, जैसे कि नगद साख, अधिविकर्ष, बिल की कटौती, और ऋण तथा अग्रिम।

सहायक कार्य:

  1. एजेन्सी सम्बंधी कार्य: बैंक अपने ग्राहकों की ओर से भुगतान संग्रह करता है, धन का स्थानांतरण करता है, साख पत्रों के भुगतान का संग्रह करता है, और अन्य एजेंसी संबंधित कार्य करता है।
  2. नोटों का निर्गमन: बैंक द्वारा नोटों का निर्गमन किया जाता है जो लोगों के द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
  3. साख निर्माण कार्य: बैंक विभिन्न साख-पत्रों का निर्माण करता है और उन्हें वितरित करता है ताकि धन की आवश्यकता पर उपयोग किया जा सके।
  4. अन्य उपयोगी सेवाएं: बैंक अपने ग्राहकों को अन्य सेवाएं भी प्रदान करता है, जैसे कि समाशोधन कार्य, यात्री चैक, लॉकर्स की सुविधा, आर्थिक ऑकड़े प्रकाशित करना, और अभिगोपन सम्बंधित कार्य।

इन कार्यों के माध्यम से बैंक ग्राहकों को वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है और वित्तीय गतिशीलता को बढ़ावा देता है।

बैंकों में जमाओं की गतिशीलता”

बैंकिंग एक सेवा उद्योग है, जिसमें बैंक नए ग्राहक पाने के साथ-साथ पुराने ग्राहकों को भी संतुष्ट रखने का प्रयास करते हैं। बैंकों का अस्तित्व जमाओं पर निर्भर होता है, और इन्हें बढ़ाने के लिए वे विभिन्न उपाय अपनाते हैं। इसमें उत्कृष्ट ग्राहक सेवा का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

बैंकिंग उद्योग की मुख्य आधारशिला ग्राहकों पर होती है, और इन्हें ग्राहकों को प्राप्त करने का मुख्य उद्देश्य होता है। बैंक जमा संग्रहण को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  1. जमाओं को बढ़ाने के लिए विपणन को बढ़ावा देना, और अपनी योजनाओं को लोगों तक पहुँचाना।
  2. बैंकों को उन स्थानों पर खोलना चाहिए जहाँ और कोई बैंक नहीं है, और ग्रामीण क्षेत्रों को भी ध्यान में रखना चाहिए।
  3. नए ग्राहकों को पहचानना और उन्हें बैंक के ग्राहक बनाने का प्रयास करना।
  4. मेलों और प्रदर्शनी में स्टॉल लगाकर ग्राहकों को आकर्षित करना।
  5. समय पर ग्राहकों के जमा संग्रहण का आयोजन करना।
  6. विद्यार्थियों और कम आय वाले लोगों के लिए शून्य शेष खाता खोलना।
  7. जमा संग्रहण अभियान के दौरान खोले गए खाताधारियों को उपहार देना।
  8. वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनरों के लिए विशेष सुविधाओं के साथ खाते खोलना, जैसे- अधिक ब्याज पर जमा, पेंशन के खिलाफ अग्रिम आवश्यकता की अनुमति आदि।
  9. नई तकनीक का प्रचार करके, जैसे कि कोर बैंकिंग, ई-बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, नए ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं के प्रति आकर्षित करना।

आज, जमाओं की गतिशीलता का कुंजी है कि बैंक ग्राहकों को अच्छी ग्राहक सेवा प्रदान करके उनके आकर्षण में सफल होते हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि उन ग्राहकों की आवश्यकताओं को समझने और पूरा करने के लिए वे निकट रहें और उन्हें संतुष्ट करें। इसके माध्यम से नए ग्राहकों को बैंक में लाना और जमा संग्रहण को तेजी से बढ़ा सकते हैं।

Written By
Ravi

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