Mutual funds to mandatory PAN, Aadhaar for small saving schemes: अगले महीने से शीर्ष 5 वित्तीय परिवर्तन

नए महीने को छोड़कर, कई वित्तीय बदलाव किए गए हैं। परिवर्तनों के प्रति जागरूक रहने से आपको बेहतर वित्तीय रणनीति और लेनदेन की योजना बनाने में मदद मिलेगी। जब “पैसे” की बात आती है तो सही निर्णय लेना बहुत महत्वपूर्ण है।

आपके और आपके परिवार के लिए तदनुसार बजट बनाने के लिए एक पैसा वास्तव में महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम कुछ नए वित्तीय बदलावों के बारे में जानेंगे जो अगले महीने से प्रभावी होंगे जिनके बारे में हर व्यक्ति को जानना चाहिए। जागरूक रहें! आधुनिक जानकारी से परिपूर्ण रहो!

5 वित्तीय परिवर्तन

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund):

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए, आपको वर्तमान में अपने पैन (सुपर ड्यूरेबल रिकॉर्ड नंबर) और आधार को लिंक करना होगा। यह एक प्रशासनिक उपाय है जो पारस्परिक परिसंपत्ति उद्योग में सीधेपन में सुधार लाने और धोखाधड़ी वाले लेनदेन को रोकने की ओर इशारा करता है। निवेशकों को म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करते समय पैन और आधार दोनों की जानकारी देनी चाहिए।

छोटी बचत योजनाएं (small savings schemes)

पीपीएफ (सार्वजनिक अवसर संपत्ति) और एनएससी (सार्वजनिक बचत प्रमाणीकरण) जैसी छोटी बचत योजनाओं के लिए पैन और आधार को जोड़ना आवश्यक है। यह कदम यह गारंटी देने के लिए उठाया गया है कि सार्वजनिक प्राधिकरण इन योजनाओं में किए गए निवेश की जांच और ट्रैक कर सकता है, तदनुसार दुरुपयोग को रोक सकता है।

ईपीएफ पर टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती): TDS on EPF

ईपीएफ निकासी पर टीडीएस की सीमा ₹50,000 से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी गई है, जिससे लोगों के लिए टीडीएस भत्ते के बिना ईपीएफ निकालना अधिक सरल हो गया है। वास्तव में इस बदलाव का उद्देश्य यह है कि यदि आपकी ईपीएफ निकासी राशि ₹5 लाख से कम है, तो कोई टीडीएस कटौती नहीं होगी। इस कदम से लोगों को विशेष रूप से संकट के दौरान अपनी ईपीएफ बचत निकालने से राहत मिलेगी।

नए आयकर स्लैब: (new income tax slabs)

बदले हुए आयकर स्लैब और दरें लागू हो सकती हैं, इसलिए नवीनतम कर नियमों की जांच करना सुनिश्चित करें और आवश्यकतानुसार अपने फंड की योजना बनाएं।  

डिजिटल लेनदेन: (digital transactions)

डिजिटल किस्तों को आगे बढ़ाने के लिए, डिजिटल लेनदेन पर प्रेरणा और सीमाएं प्रस्तुत की जा सकती हैं, इसलिए केवल क्रेडिट किश्तें बनाते समय बचत की संभावनाओं पर ध्यान दें। सफल कर व्यवस्था के लिए नए स्लैब को समझना मौलिक है। अनुकूलित दिशानिर्देश के लिए नवीनतम कर नियमों या कर विशेषज्ञ से सलाह लेना सुनिश्चित करें।

निष्कर्ष

व्यक्तिगत लेखांकन के क्षेत्र में, प्रशासनिक परिवर्तनों पर ताज़ा रहना प्रमुख है। जिन मुख्य 5 मौद्रिक परिवर्तनों के बारे में हमने बात की है, वे आपके निवेश, बचत और करों से निपटने के तरीके को प्रभावित करने के लिए तैयार हैं। 

जैसे-जैसे शेड्यूल बदलता है, यह आपकी मौद्रिक पद्धतियों का ऑडिट करने और उन्हें आगे बढ़ने वाले मौद्रिक परिदृश्य में समायोजित करने का एक उपयोगी क्षण है। शिक्षित और सक्रिय रहकर, आप इन प्रगतियों का लाभ उठा सकते हैं और आने वाले महीने में अपनी मौद्रिक समृद्धि सुरक्षित कर सकते हैं और फिर छोटी बचत योजनाओं के लिए कुछ पैन, आधार: अगले महीने से शीर्ष 5 वित्तीय परिवर्तन I

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